Women Drivers : यदि आपको ड्राइविंग का शौक है, तो आप इसके जरिए भी पैसा कमा सकती है। ड्राइविंग का काम पहले मात्र पुरुष ही करते थे पर इन दिनों महिलाएं भी इस काम को बखूबी कर रही है। कई शहरों में महिला ओला कार, ऑटो और बस चला रही है। ड्राइविंग के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ती जा रही है। इस काम को वे पूरे आत्मविश्वास के साथ कर रही है। तो जानते है कैसे एक परफेक्ट ड्राइवर बन अपनी नई पहचान बना सकती हैं।
सबसे पहले ड्रायविंग ट्रेनिंग
ड्रायविंग के लिए इन दिनों खास ड्रायविंग स्कूल चलाए जाते है। जिनमें प्रवेश लेकर आप हर तरह के वाहन चलाना आसानी से सीख सकती है। ध्यान रखे ट्रेनिंग के लिए केवल वही पात्र है जिनके पास ड्रायविंग लाइसेंस होगा। तो सबसे पहले ड्रायविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करे और टेस्ट पास करें। ड्रायविंग स्कूल के ट्रेनर आपको वाहन चलाने के लिए परफेक्ट ट्रेनिंग (Women Drivers) देते है। जिससे आप हर तरह के हैवी वीकल चला सकती है।
वाहन की जानकारी आवश्यक (Women Drivers)
एक अच्छे चालक (Women Drivers) को सिर्फ गाड़ी चलाने का ही नहीं बल्कि उसे वाहन की भी बेहतर जानकारी होना चाहिए। गाड़ी के बारे में उचित जानकारी रखकर आप उसे और बेहतर चला पाएंगे। तो अपने ड्रायविंग ट्रेनर से समय-समय पर गाड़ी के पार्ट् पर बाते करते रहे। जैसे ब्रेक कैसे काम करता है, किस गेयर पर कब गाड़ी चलाना चाहिए। इन सब बातों की जानकारी रखना बहुत जरुरी है।
ड्रायविंग रुल्स
अब बात करते है सड़क परिवहन से जुड़े ड्रायविंग रुल्स के बारे में। गाड़ी चलाना बस काफी नहीं होता आपको इसके नियमों की पूरी जानकारी पता होना चाहिए। नियमों के ज्ञान के बिना आप इस काम कर ही नहीं सकती है। सड़क में रात के नियम और दिन के नियम अलग होते है। इसके साथ ही चौराहे के नियम, रोड साइन बोर्ड इन सभी के बारे में पता होना बहुत जरुरी है। रोड साइन बोर्ड की पूरी जानकारी रखना अच्छे वाहन चालक (Women Drivers) की निशानी होती है।
सरकार चला रही स्पेशल ट्रेनिंग कार्यशाला
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए इन दिनों कई राज्यों में सरकार ट्रेनिंग (Women Drivers) कार्यक्रम चला रही है। साल 2024 में उत्तरप्रदेश में कई महिलाओं ने इस ट्रेनिंग कार्यशाला में वाहन चलाना सीखा। सरकार के चलाए इस ट्रेनिंग कार्यक्रम से महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ा है। इस काम को करते हुए महिला स्वंय में बहुत बेहतर महसूस करती है। समाज में उन्हें खास पहचान मिली है। बस और ओला कार चलाती महिलाओं पर सभी को गर्व होता है। वाहन चलाती महिलाएं अन्य महिलाओं को प्रेरित करती है।
वाहन चलाती महिलाओं को पहले समाज ने स्वीकार नहीं किया था। इसके बावजूद महिलाओं ने हार नहीं मानी और इस काम को अच्छे से सीखा और फिर दुनिया ने भी मान लिया। यह काम चैलेंज से भरा होता है।जब महिला यात्रियों से भरी बस चलाती है तो उसके हाथ में कई यात्रियों की जिंदगी होती है। महिलाएं इस क्षेत्र में धीरे-धीरे अपनी भागीदारी बढ़ाती जा रही है। उन्हें सरकार भरपूर सपोर्ट कर रही हैं। तो यदि आप भी इस ड्रायविंग की दुनिया में कदम रखना चाह रही है तो चैलेंज के लिए तैयार रहें।