Women Safety : महिलाओं की सुरक्षा आज के समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। लेकिन, तकनीकी विकास ने इस दिशा में उम्मीद की किरण दिखाई है। स्मार्टफोन ऐप्स से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तक, कई तकनीकी उपाय अब महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैनात हो चुके हैं।
महिला सुरक्षा ऐप्स
हाल के वर्षों में bSafe, My Safetipin, और Raksha जैसे सेफ्टी ऐप्स (Women Safety) का चलन तेजी से बढ़ा है। ये ऐप्स आपातकालीन स्थितियों में SOS अलर्ट भेजने, लाइव लोकेशन ट्रैकिंग और विश्वसनीय कॉन्टैक्ट्स को मदद की जानकारी पहुंचाने में सक्षम हैं। इन ऐप्स की मदद से कई महिलाएं समय पर सहायता प्राप्त करने में सफल हुई हैं।
हमेशा साथ रखें ये स्मार्ट गैजेट्स
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्मार्ट जूलरी और पॉकेट टेसर जैसे उपकरण भी बाजार में आ चुके हैं। SAFER जैसी स्मार्ट जूलरी के जरिए एक बटन दबाते ही SOS सिग्नल भेजा जा सकता है। ये उपकरण छोटे होने के बावजूद सुरक्षा के लिहाज से काफी उपयोगी साबित हो रहे हैं।
परिवहन सेवाओं से जुड़े सेफ्टी बटन का करें इस्तेमाल (Women Safety)
कैब सेवाएं जैसे Uber और Ola ने भी महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई उपाय किए हैं। इनके ऐप्स में अब राइड ट्रैकिंग, इमरजेंसी बटन और ट्रस्टेड कॉन्टैक्ट्स के साथ लोकेशन शेयरिंग जैसी सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इसके अलावा, SheTaxi जैसी सेवाएं महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कर रही हैं, जहां महिलाओं द्वारा महिलाओं के लिए कैब सेवा प्रदान की जाती है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को बना लें अपना सच्चा दोस्त (Women Safety)
AI आधारित सुरक्षा उपाय तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। कुछ शहरों में AI पावर्ड कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जो भीड़भाड़ वाले इलाकों में महिलाओं की सुरक्षा पर नजर रखते हैं। इसके अलावा, AI चैटबॉट्स की मदद से महिलाएं कानूनी सहायता और सलाह तुरंत प्राप्त कर सकती हैं। आने वाले समय में ये AI सुरक्षा कैमरें ही सबसे ज्यादा इस्तेमाल होगे तो इन्हें इस्तेमाल करना अभी से सीख लें। अपनी सुरक्षा (Women Safety) के लिए इन्हें हमेशा कैसे खुद के साथ रखना है अभी से समझ लें।
सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए जारी किए नए ऐप
भारत सरकार ने भी महिला सुरक्षा के लिए कई तकनीकी कदम उठाए हैं। 112 इंडिया ऐप के जरिए महिलाएं इमरजेंसी में त्वरित सहायता प्राप्त कर सकती हैं। इसके साथ ही, सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत बड़े शहरों में CCTV कैमरों और पुलिस मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत किया जा रहा है।
तकनीकी पहल का उपयोग अनिवार्य
जानकारों का मानना है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए तकनीक बेहद प्रभावी हो सकती है। लेकिन इसके साथ ही समाज में जागरूकता और मानसिकता में भी बदलाव की जरूरत है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें सुरक्षित माहौल देने के लिए तकनीकी पहल का उपयोग अनिवार्य है। तकनीक ने महिलाओं की सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा प्रदान की है। हालांकि, इसके पूर्ण प्रभाव के लिए सरकार, समाज और निजी संस्थानों को मिलकर काम करना होगा। ताकि महिलाएं बिना किसी डर के स्वतंत्र जीवन जी सकें।
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